नमस्कार दोस्तों,
हमारे हिन्दी आर्टिकल में आप सभी का स्वागत है। आज मैं आप सभी के साथ "मातृत्व दिवस "पर अपने जीवन में माँ का स्थान साझा कर रही हूं। तो प्रस्तुत है-
माँ मेरी Maa meri
सहती रहे अपमान।
माँ तू है नारायणी ,
तुम्हें शत शत बार प्रणाम।
सबसे प्यारी माँ है मेरी,
सबसे न्यारा दुलार।
तू ईश्वर की मूरत है,
तुझसे ही घर बार।
आज समय इतना तेजी से बदला कि हम अपनी खुशियां सबके साथ शेयर कर पा रहे हैं। दुनिया मदर्स डे मना रहा है। लेकिन मैं तुम्हें हर सेकेंड जीती हूं।आज जब भी खुद को आइने में निहारती हूँ। आत्मनिर्भर ,स्वाभिमानी खड़ी देखती हूं, तो बड़ा गर्व महसूस होता है ,कयोंकि मैं तुम्हारी बेटी हूं मां। हर पल मैं तुम्हें जीती हूं ।
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माँ मेरी Maa meri
जब भी खुद को उलझनों में घिरी हुई पाती हूं और तुम आकर सीने से लगाती हो! मेरी उलझने दूर हो जाती है । उस खुशी में भी तुम्हें जीती हूं।**************************************मैं तुम्हें जीती हूं हर उस पल, जब तुम्हें मेरीकामयाबी में मेरे पीछे मेरी हिम्मत बनी पाती हूं। हां मां, मैं तुम्हें हर उस पल जीती हूं,जब भी मैं तुम्हें इस दुनिया की सबसे मजबूत और सफल महिला पाती हूं।
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जब भी मैं तुम्हें अपना सबसे अच्छा दोस्त और मेरी गलतियों को सुधारने वाली गुरु पाती हूं, तो तुम्हें जीतीहूं।
मैं जब भी तुझ में खुद को और "मां 'मैं खुद में तुम्हें पाती हूं, तुम्हें जीती हूं।
*************************************** माँ मेरी Maa meri
हां मां, मेरा वजूद तुमसे ही तो है इसलिए तुझ में सदैव जीती हूं । जब मेरे बच्चे मुझे माँ पुकारते है तब भी तुम्हें जीती हूं । अपनी परछाई में तुझे पाती हूं। तेरी दुआ सदैव मैं महसूस करती हूं । मैं तुम्हारी अहसासों की चादर में अपने को सदैव लपेटी रहती हूँ माँ।
आइए आज मेरी माँ के लिए मेरी आवाज में एक गीत सुनते है। वीडियो क्लिप नीचे है
दुनिया की सभी माताओं को मातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
धन्यवाद पाठकों। रचना-कृष्णावती ।
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