नमस्कार पाठकों
चलो करें मिलकर , तैयारी आओ यारों,
हैप्पी क्रिसमस हैप्पी क्रिसमस, मिलकर गाओ यारों।
ललचाये सूरज ,शरमाये चांद
काश हम भी होते, करते मज़े साथ।
देखो कैसे सजी हैं , दुल्हन सी वसुंधरा,
इठलाती बलखाती ,मस्त हैं वसुंधरा।
क्रिसमस ट्री घर घर का, बना सिर मौर,
हर्षोल्लास, छाया है चहूं ओर।
इशु के सरगम में, सूर साज बाजे,
सुरमई शाम में ,गिरिजाघर साजे ।
झूम झूम बच्चों की ,टोली ये गाये,
केक चौकलेट संता, लेके पलभर में आये
गिफ्ट देगा संता, ढेरों देगा प्यार ।
देखो देखो आया संता,लेके उपहार।
धन्यवाद पाठकों
रचना--कृष्णावती कुमारी
क्रिसमस कविता
chrismus par kavita |
चलो करें मिलकर , तैयारी आओ यारों,
हैप्पी क्रिसमस हैप्पी क्रिसमस, मिलकर गाओ यारों।
ललचाये सूरज ,शरमाये चांद
काश हम भी होते, करते मज़े साथ।
देखो कैसे सजी हैं , दुल्हन सी वसुंधरा,
इठलाती बलखाती ,मस्त हैं वसुंधरा।
क्रिसमस ट्री घर घर का, बना सिर मौर,
हर्षोल्लास, छाया है चहूं ओर।
इशु के सरगम में, सूर साज बाजे,
सुरमई शाम में ,गिरिजाघर साजे ।
झूम झूम बच्चों की ,टोली ये गाये,
केक चौकलेट संता, लेके पलभर में आये
गिफ्ट देगा संता, ढेरों देगा प्यार ।
देखो देखो आया संता,लेके उपहार।
धन्यवाद पाठकों
रचना--कृष्णावती कुमारी
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