शिव भजन
शिव भजन |
वो नर ना होवे आनाथ रे।
लाख बाधा हो तेरे सफ़र में।
मैं रुकूंगी ना आधे डगर में।
चाहें जीवन बचे नहीं आज रें
वो नर...................
जिनके.......….
तेरे दर्शन की हूं मैं दिवानी।
चाहें हठ मानो चाहे मनमानी।
जपते जपते आउंगी ओम नाम रे
वो नर....................
जिनके..................
मन के मंदिर में जो नित ध्यावे।
पल में रंक से राजा हो जावे।
तेरी कृपा बनी रहे साथ रे
वो नर............
जिनके.............
धन्यवाद पाठकों
रचना- कृष्णावती कुमारी
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