गया नवंबर आया दिसंबर,
खत्म हुआ इंतजार।
मिलकर बांटो खुशियां यारों,
आया क्रिसमस त्यौहार।
कई दिनों से साफ़ सफ़ाई ,
सबके घर में होती।
कहीं मिठाई कहीं खिलौने,
संता आया संता आया,
मची हुई है धूम।
चौकलेट टाफी  गिफ्ट ले आया,
बांटें झूम  झूम।
हैप्पी क्रिसमस हैप्पी क्रिसमस,
गूंज उठा चहूं  ओर।
त्याग ईर्ष्या द्वेष सभी,
बंध जाए प्रेम की डोर।
रात को बारह ,
जब बज जाये।
मैरी क्रिसमस मैरी क्रिसमस,
गुंजित सारा जग हो जाए।
धन्यवाद पाठकों
रचना-कृष्णावती कुमारी
 
 


 
 
 

 
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